GST Types | What are the 3 Types of GST in Indai in

आज हम बात करने वाले है GST Types. GST कितने प्रकार के होते है। इनका कब और कहा पर इस्तेमाल किया जाता। इन सभी बिन्दुओ पर हम विस्तार से चर्चा करेंगे। लेकिन इससे पहले हम थोड़ा सा GST के बारे में समझ लेते है, अर्थात GST के बारे में थोड़ा सा जानकारी लेते हुए हम आगे के बिन्दुओ पर बात करेंगे।

तो आइए जानते है GST है क्या।

What is GST?

GST का पूरा नाम गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स (Goods and Services Tax). इसको समझने से पहले हमें gst से पहले के टैक्स को समझना होगा। पहले 2 तरह के टैक्स होते थे।

I. Direct Tax

II. Indirect Tax

Direct tax के अंतर्गत Income tax, Corporation tax, Property tax, Gift tax आदि जैसे tax शामिल है। वही Indirect tax के अंतर्गत Custom Duty, Excise Duty, Service Tax, Sales Tax, VAT आदि जैसे कुल 17 तरह के टैक्स शामिल थे। तो 1 July 2017 को Indian government ने One Nation One Tax का Slogan देते हुए सभी Indirect taxes को merge करके एक टैक्स बना दिया जिसका नाम GST (Goods and Services Tax) दिया गया। अर्थात हम है बोल सकते है की गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स (GST) भी एक तरह का Indirect टैक्स ही है।

इसके आने से अब केवल एक ही टैक्स किसी तरह की खरीद या बेच पर देना पड़ता है। साथ ही साथ ध्यान देने वाली बात यह है की Direct tax में किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं हुआ है।

अब आइए हम अगले point पर चलते है GST Types or What are the 3 types of GST।

GST Types/What is gst types(गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स कितने प्रकार के होते है)?

GST मुख्यतः 3 प्रकार के होते है जिनके नाम निम्नवत है।

I.   IGST (Integrated GST)

II.  CGST (Central GST)

III. SGST (State GST)/UTGST (Union Territory GST)

अब इनको (GST Types or 3 Types of GST) हम विस्तार से समझते है।

IGST (Integrated Goods and Services Tax)-;

यदि हम किसी भी तरह के goods or services की dealing एक state से दूसरे state में करते है। तो ऐसी परिस्थिति में IGST (इंटीग्रेटेड गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स) लगता है। Igst केवल और केवल Inter-State पर ही लगती है। यहाँ पर tax revenue State and Central Government के बीच equally होता है। 

SGST (State Goods and Services Tax)-;

जब हम किसी Goods या Services की dealing with in a state अर्थात एक ही स्टेट (Intra State) के अंदर करते है। तो ऐसी परिस्थिति में tax दो पार्ट में हो जाते जिसका एक State Government और दूसरा part Central Government को जाती है। तो Intra state में होने वाले business अब चाहे वह Goods से सम्बंधित हो या Services से वहां पर SGST का पार्ट होगा ही

CGST (Central Goods and Services Tax)-;

यह भी with in a state होता है। अर्थात जब हम किसी goods या services की dealing एक ही स्टेट (Intra State) के अंतर्गत करेंगे तो ऐसे परिस्थिति में tax के 2 part होंगे। जिसमे से एक part State और दूसरा Central को जाता है।

UTGST (Union Territory GST)-;

यह टैक्स भी Sgst के समान ही होता है। क्यों की यहाँ पर UT अर्थात Union Territory का नाम लिया तो इसमें सभी केंद्र शासित प्रदेश (Delhi, Andaman and Nicobar, Chandigarh, Dadra and Nagar Haveli, Daman and Diu, Lakshadweep, Ladakh, Pondicherry, Jammu and Kashmir) को शामिल किया गया। यहाँ पर भी tax sharing Central और Union Territory के बीच equally होता है।

आशा है यहाँ GST Types/What are the 3 types of GST पर दी गई जानकारी आप सभी को समझ आई होगी और पसंद भी आई होगी। ऐसे ही और भी knowledgeable content के लिए आप सभी हमारे साथ बने रहे।

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ध्यानवाद
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